Sunday 16 October 2016

A-202 तेरा दिल मुझमें धड़कता है 15.10.16—11.27AM


A-202 तेरा दिल मुझमें धड़कता है 15.10.16—11.27AM

तेरा दिल मुझमें धड़कता है 
नफ़रत करूँ कि प्यार करूँ 
प्यार करूँ तो तौबा मेरी 
जग में कैसे इजहार करूँ 

लोग पहले से डराए बैठे हैं 
देखो नज़रें वो गड़ाये बैठे हैं 
कैसे मैं तेरी कोई बात करूँ 
भला कैसे मैं इजहार करूँ 

तू ही बता भला सूरत तेरी 
बनती नहीं अब मूरत तेरी 
कैसे भला अब इकरार करूँ 
कब तक तेरा इंतज़ार करूँ 

बात बने जो दिल से कहीं 
मिल जाते हम दिल से वहीँ 
हर पल तेरा मैं दीदार करूँ 
दुनिया में तेरा इज़हार करूँ 

तेरा दिल मुझमें धड़कता है 
नफ़रत करूँ कि प्यार करूँ 

Poet: Amrit Pal Singh Gogia “Pali”





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