लुधियाना का बुड्ढा दरिया वक्त के
साथ इन्सान के लालच का शिकार होकर
बुड्ढे नाले में में तबदील हो गया। न प्रशाशन की
नींद खुली न हमने कभी जिम्मेवारी ली।
चन्द लोगों को दरिया के दर्द अहसास हुआ
और वो तड़प उठे। बस उठा लिया बीड़ा
दरिया को जिन्दगी वापस दिलाने का।
यह मेरी कविता उनको समर्पित है
आज एक बुड्ढे नाले का नीर बह निकला
कितना मैला है देखो कैसे वो सह निकला
कितनी कसमसाया और कैसे रोया होगा
छाती पर टनों भार लिए कैसे सोया होगा
कैसे बहता रहा वो इतने कसाव के साथ
कैसे रहता होगा इतने सारे घाव के साथ
टिस टिस मारता होगा उसका सारा बदन
फिर भी नहीं हिला सकता था अपने हाथ
शहर की शान थी लोग नहाया करते थे
अपने रिश्ते भी बखूबी निभाया करते थे
दिल की हर बात वो कर लिया करते थे
किस्से व् कहानियाँ भी सुनाया करते थे
बड़ा लुत्फ़ आता था मस्तियाँ करने में
दोस्तों के संग इसके साथ मचलने में
कच्छे तौलिये में शाम गुजारा करते थे
घण्टों बैठ कर इसको निहारा करते थे
कभी दरिया के नाम से जाना जाता था
नाले में तब्दील हो के बड़ा पछताता था
दयालू था तभी तो सबका गंद लेने लगा
बदनाम भी हुआ जब सबकी सहने लगा
उसने हमपर इतने सारे एहसान किये हैं
हमारी गंदगी समेट कर वो पल जीये हैं
जिनमें साँस भी लें तो दम घुट जाता हो
जहर के प्याले जो उसको हमने दिए हैं
शपथ लें इस गंदगी से आज़ाद करेंगे
हम घर के कचरे से इसको नहीं भरेंगे
न ही डालेंगे कारखाने का कचरा कभी
इसके लिए जीवित इसके लिए मरेंगे
इसको भी अब शहर की शान बनाएंगे
अपने बच्चों को अब यह सिखलायेंगे
बुजुर्गों से कैसे व्यवहार किया जाता है
पहले खुद करेंगे फिर सबको बताएँगे
हम बुड्ढे नाले की अतीत वापस लाएंगे
हम बुड्ढे नाले की अतीत वापस लाएंगे
Poet: Amrit Pal Singh Gogia
Very important and vital comment by Amrit Pal Singh Gogia a very nice 👍 promising and prominent poet in the city a Manchester of Asia ! Questioning and grumbling about destruction of environment ! Thanks 🙏 mr Gogia !
ReplyDeleteAbsolutely perfect lines. Thanks
ReplyDelete🙏🙏🙏🙏
Thank you so much Ashok ji for your comments!
DeleteThank you so much for supporting the cause of nature. I appreciate!
ReplyDeleteइतनी गहरी सोच रखने वाले इंसान को मेरा सादर प्रणाम।🙏
ReplyDelete👌
ReplyDeleteकोई आप सा ही लिख सकता लुधियाना के जवलंत विष्य पर इतनी स्टीक टिप्पणी।
आप वाक़ई बधाई के पात्र हैं।
🙏🙏🙏
Wonderful lines and committed concern uncle ji.
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