Tuesday 26 December 2017

A-236 हम भी 8.2.17--8.12 AM



A-236 हम भी 8.2.17--8.12 AM
हम बहाना ढूँढते हैं 
कभी अपने बनाने का 
कभी अजनबी होने का
कभी रिश्ते पिरोने का 
कभी हमनवा होने का 
कभी मुकद्दर ढोने का 

हम बहाना ढूँढते हैं 
थोड़ा मुस्कुराने का 
बात उल्फ़त को हो
तो बहक जाने का 

हम बहाना ढूँढते हैं 
कभी खुद को मनाने का 
कभी खुद को दिखाने का 
कभी रूठ जाने का 
कभी खुद मनाने का 


कभी उसको मनाने का 

कभी क़रीब आने का 
कभी उसके बहकाने का 
मुझ से दूर जाने का 
कभी चिलमन दिखाने का 
कभी खुद को छिपाने का 

बहाना कुछ नहीं दिखाने का
बहानों से बहाना छुपाने का 

कभी मिलने का बहाना 
कभी बिछुड़ने का बहाना 
कभी खुद को छिपाने का 
कभी खुद के मुस्कुराने का 

कभी बहाने में बहाना छिपा कर 
बहानों में बहाना ढूँढते है 
बहाना ढूँढते है उसका भी बहाना ढूँढते है 

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