कैसे जानूँ 15.3.17—9.29 AM
कैसे जानूँ कि तुम कौन हो
क्या हुआ जो तुम मौन हो
नाराज़ हो या गुनहगार हो
या बन गए शिल्पकार हो
क़रीब आ जाऊँ बताओगे
कुछ मुझे भी समझाओगे
मौन का मतलब क्या है
कुछ रोशनी डाल पायोगे
चेहरा बहुत कुछ कहता है
दर्द दिल का भी सहता है
कब तलक दर्द छिपाओगे
और कितनों को रुलाओगे
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