A-286 चाँद तारों से परे 8.6.17--1.45 PM
चाँद तारों से परे अपना जहां होगा
बादलों का भी न कोई निशां होगा
कोई हमसफ़र कोई हमनवा होगा
हसरतें पूरी होंगी पूरा कारवाँ होगा
हम महफूज़ होंगे न कोई डर होगा
हर छण तेरे लिए मेरा सफर होगा
प्यार के लम्हों का ही हर पल होगा
बड़े सुन्दर सपने अपना महल होगा
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